18 Good Parenting Tips
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दोस्तों
अगर आज
हम सब
सफल हुए
हैं या
हो रहे
हैं तो
उसके पीछे सिर्फ
और सिर्फ
हमारी अपनी
कड़ी मेहनत, लगन और
हमारे माता-पिता एवं
प्रियजनों के
अच्छे संस्कारों
का ही
योगदान है, क्योंकि
कोई भी
मनुष्य जन्म
से ही
सबकुछ समझ
और सीख नहीं
जाता है
बल्कि यह
सब उसे
अपने पूरे
जीवनकाल में
अपने अभिभावकों
और गुरुजनों
से जो अच्छा
ज्ञान प्राप्त
होता है, उसी के
जीवन में
अनुपालन की
वजह से
ऐसा होता
है और
इसी कारण
वह जीवन
में निरंतर
सफलता की
और बढ़ता
जाता है
।
हर
किसी मनुष्य
के व्यक्तित्व
में अगर
कुछ अच्छा
सीखने या
उसे करने
की स्वतः
अटूट या
प्रबल मनोशक्ति
है तो
यह उसके
स्वभाव में
एक महत्वपूर्ण
रोल अदा
करती है
तथा इसके
साथ-साथ
अगर वह
अपने माता-पिता एवं
प्रियजनों के
अच्छे संस्कारों
को भी
समझ कर
उसे अपने
जीवन में
अनुपालित करता
है तो
वह निश्चय
ही अपने
जीवन एवं
भविष्य को
बेहतर बना
सकता है
।
हम
हमारी इस
पोस्ट के
माध्यम से
ऐसे ही कुछ
अहम् और
मूल संस्कारों
एवं तरीकों
के बारे
में बड़े
ही आसान
तरीके बताएँगे
जिन्हे अगर
सभी माता-पिता एवं
अभिभावक अपने
बच्चों के
पालन-पोषण
करतें समय
अपनाएगें तो उनके
बच्चे अपने
जीवन में अच्छे
कर्मों को
करते हुए
निरंतर आगे
बढ़ेगें और
जीवन में
जरूर सफल
होंगें ।
अभिभावकों
को निम्नलिखित तरीकों को
जानना बेहद
जरूरी है
जिन्हे समझ
कर अगर
वह अपने
बच्चों को
सकारात्मक तरीकों
से उनका
अनुसरण करना
बतायेगें तो निश्चित
ही उनके बच्चे
सच्चाई की
राह पर
चलकर एक
दिन अवश्य
ही जीवन
में कुछ
अच्छे कार्य
करेगें और
सफल होंगें
: -
Positive Parenting Tips
१) हमें बच्चों
की हर बात
पर ध्यान
देना चाहिए
तथा उसे
ध्यान-पूर्वक
सुनना चाहिए
इससे उन्हें
एवं उनके
विचारों को
समझने में
आसानी होती
है ।
२) हमें हमेशा
बच्चों की
राय एवं
उनकी बातचीत
में व्यस्त
रहना चाहिए
तथा उन्हें
स्वीकार कर
उनकी बातों
का सम्मान
करना चाहिए
।
३) हमें हमारे
बच्चों की तारीफ
कर उनके
साथ खुशियों
के सभी
पल साझा
करने चाहिए
।
४)
हमें बच्चों
के सभी
मित्रों एवं
प्रियजनों से
उनके सामने
हमेशा अच्छे
से बातचीत
करनी चाहिए
और उनके
सामने बच्चों
को कभी
भी डाँटना
या मारना
नहीं चाहिए
।
५)
हमें बच्चों
के सामने
या उनके
उपस्थिति में
मोबाइल फ़ोन
पर कभी
भी बात
नहीं करनी
चाहिये तथा
उनकी पहुँच
से फ़ोन
हमेशा दूर
रखना चाहिए
।
६)
बच्चों की
दोहराई जानें
वाली बातों
की कभी
आलोचना नहीं
करनी चाहिए
तथा उन्हें
पहले की
ही तरह
सुनना चाहिए
तथा उसका
सम्मान करना
चाहिए और कभी
भी उनके
सामने हमारे
अतीत की
किसी दुखद
यादों को
नहीं लाना
चाहिए ।
७)
हमें बच्चों
की उम्र का
सम्मान करना
चाहिए तथा
उनकी बातों
की प्रशंशा
कर उसकी
सरहाना करनी
चाहिए ।
८)
बच्चों की
गलतियों पर
कभी भी
अकारण नहीं
हसना चाहिए
तथा उनके
दोषों एवं
गलतियों को
भी प्यार
से समझा
कर उन्हें
क्षमा कर
देना चाहिए
तथा उनके
सामने बोलते
वक्त अपने
शब्दों का
ध्यान रख
उनपर काबू
रखना चाहिए
।
९)
हमें बच्चों
के कार्यक्षेत्र
से जुड़ी
उनकी सभी
प्राथमिकताओँ के
बारे में
हमेशा
उन्हें
बताते रहना
चाहिए और
उनका कार्यक्षेत्र
में हमेशा
उत्साह बढ़ाना
चाहिए ।
बच्चों को प्रेरित करने के लिए 18 तरीके
१०)
हमें बच्चों
की शिक्षा के
क्षेत्र एवं
उन्हें भविष्य
में उनकी
रूचि के
अनुसार उन्हें
क्या पढ़ाई
करनी है
तथा किस
क्षेत्र में
आगे बढ़ना
है इसके
बारे में
उनके द्वारा
किये गए
निर्णयों की
भी सरहाना
और सम्मान
करना चाहिए
।
११)
हमें अपने
बच्चों की
किसी दूसरे
बच्चे के
या भाई-बहन के
साथ तुलना
नहीं करनी
चाहिए तथा
एक उन्हें
हमेशा एक
सहायक के
रूप में
प्यार भरा
वातावरण देना
चाहिए ।
१२)
हमें बच्चों
को हमेशा
भय और
चिन्ता के
वातावरण से
दूर रखकर
उन्हें एक
ख़ुशी का
वातावरण देना
चाहिए जिससे
उनमें आत्मनिर्भरता
का पूर्ण
विकास हो
सके ।
१३)
हमें हमेशा
बच्चों का
एक अच्छा
दोस्त बनकर
उनके साथ
विनम्र व्यवहार
रखना चाहिये
तथा उन्हें
बड़ों का
आदर एवम
सम्मान करने
की अच्छी
शिक्षा भी
देनी चाहिए ।
१४)
बच्चों के
अच्छे माहौल
में रखने
के लिए
हमें अपने
अंदर भी
सुखद एवं
विनम्र व्यव्हार
रखना चाहिये
जिससे उन
पर हमेशा
अच्छा प्रभाव
पड़े ।
१५)
हमें बच्चों
में हमेशा
एक टीम
वर्क की भावना
को जगाये
रखना चाहिये
तथा उन्हें
निर्देशों का
कैसे पालन
करते हैं
इसकी भी
पूरी जानकारी
देनी चाहिए
और उन्हें
उनके छोटे
बड़े कामों
को करने
में स्वतंत्रता
भी देनी
चाहिए ।
१६)
बच्चों को
सभी कार्यों
को उनके
रूटीन से
करने चाहिए
यह भी
हमें उन्हें
समझाना चाहिए
तथा इस
पर ज्यादा
सख्त नहीं
होना चाहिये
तथा उनके
जिद करने
पर हमेशा
उन्हें नहीं
मानाना चाहिये
और उन्हें
ऐसा करने
पर एक
वयस्क की
तरह न
समझा कर
एक बच्चे
की तरह
समझाना चाहिए ।
१७)
हमें बच्चों
को जीवन
की तथा
जीवन से
जुड़ी सभी
चुनौतियों के
बारे में
भी बताना
चाहिए और
हमेशा उनका
रोल मॉडल
बनकर उन्हें
प्रेरित एवं
उत्साहित करना
चाहिए और
उन्हें अंदर
से मजबूत
बनाना चाहिए
तथा उनके
अंदर ख़राब
उदाहरण की
स्थापना
करने से
भी बचना
चाहिए ।
How to Educate your Children
How to Educate your Children
१८)
हमें बच्चों
में कभी
भी ओवर
कॉन्फिडेंस (Over Confidence) की
भावना को
नहीं आने
देना चाहिए
तथा कार्यक्षेत्र
में जीत
या हार
के बाद
कैसे फिर
से उठ
खड़े हो
और कैसे
जीवन में
पुनः आगे
बढ़ें और
कोशिश कर
सफल हों इसके
बारे में
भी भलि-भांति समझाना
चाहिए जिससे
वह जल्दी
से जल्दी
सफल हो
सकें ।
उपसंहार
एक नज़र
में (Conclusion at a Glance) :-
दोस्तों
किसी भी
व्यक्ति को
अगर जीवन
में शिक्षा
एवं सफलता
पानी है
तो उसे
कड़ी मेहनत
तो जरूर
ही करनी
पड़ती है
परन्तु यदि
वह उपरोक्त
बातों को
समझ कर
ध्यानपूर्वक उनका
सही अनुकरण
करेगा तो
निश्चित ही
वह जीवन
में शिक्षा
और अन्य
सभी क्षेत्रों
में अपार सफलता
अर्जित करेगा
।
दोस्तों
आप को
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पोस्ट कैसी
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आप को
पसंद आई
हो तो
इसे लाइक
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लोगों तक
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सभी दोस्तों
को भी उपरोक्त
बच्चों को
प्रेरित करने (Good Parenting Tips) के सभी
तरीकों की जानकारी
प्राप्त हो
सके ।
धन्यवाद
।