Sunday, April 14, 2019

16 Key Elements to Start and Running a Successful Business | एक सफल व्यवसाय को शुरू करने एवं चलाने के १६ प्रमुख तत्व (मंत्र)


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एक सफल व्यवसाय को शुरू करने एवं चलाने के १६ प्रमुख तत्व (मंत्र)


दोस्तों, आज के इस प्रतिस्पर्धा के दौर भरे युग में  व्यापार शुरू करना तो बहुत ही आसान होता है परन्तु उसे सुचारु रूप से चलाना और निरंतर विस्तार की ओर ले जाना तथा उसमें सफलता पाना काफी कठिन होता जा रहा है क्योंकि मनुष्य एक बार असफल हो जाने के बाद काफी निराश हो जाता है और व्यापार को सुचारु रूप से चलाने में असफल होता जाता है परिणामस्वरूप उसे उस व्यापार को बंद कर देना पड़ता है, जबकि इसके कुछ प्रमुख कारण हो सकते हैं जिनके अभाव  में ऐसा होता है ।


हम अपनी इस पोस्ट में उन्ही कुछ कारणों को ध्यान में रखते हुए किसी सफल व्यापार को शुरू करने एवं सुचारु रूप से चलाने के लिए किन-किन तत्वों का होना अनिवार्य है उनके बारे में विस्तारपूर्वक बताएंगें ।


किसी सफल व्यापार को शुरु एवं सुचारु रूप से चलाने के लिए निम्नलिखित १६ तत्वों का होना अनिवार्य है जिनमे ७ बेसिक और ९ विस्तृत तत्व शामिल हैं  :-

16 Key Elements to Start and Running a Successful Business 


सफल व्यापार को शुरू करने  के ७  बेसिक तत्व (7 Basic elements of starting a Successful Business) :- 

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       सफल व्यापार को शुरू करने  के ७  बेसिक तत्व :- 



16 Tips for Growing a Successful Business
   

१) व्यापार शुरू करने से पहले उत्पाद रिसर्च करें (Do Product Research Before Starting Business) :- 


दोस्तों जब हम किसी भी व्यापार को शुरू करने के बारे में सोचते हैं तो व्यापार को शुरू करने से पहले हमें इस बात की पूरी  रिसर्च करनी होती है कि किस उत्पाद का व्यापार करना चाहिये और फिर उसके बारे में पूर्ण जानकारी एकत्र कर उस व्यापार के लाभ-हानि सम्बन्धित तथा उस व्यापार का बाज़ार में क्या स्कोप है और उसमें क्या-क्या जोखिम घटक हैं यह सब जानने की आवश्यकता होती है उसके बाद हमें किस उत्पाद का व्यापार करना चाहिए इसके बारे में निर्णय लेना चाहिए ।


२) अपनी रूचि का व्यापार करें (Trade your Interest) :-


 हमें अपनी रूचि को  ध्यान रहते हुए तथा वर्तमान समय में प्रचलित व्यापार को चुनना चाहिए क्योंकि अगर व्यापार हमारी रूचि का नहीं होगा तो हमें उसे करने में पूर्ण आनंद नहीं प्राप्त होगा और हमें व्यापार में असफलता प्राप्त हो सकती है।


३) व्यापार से सम्बंधित सभी इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करें (Build all the Infrastructure related to the Business) :- 


अपनी रूचि का व्यापार और उत्पाद चुनने के बाद हमें  व्यापार को सुचारु रूप से चलानें के लिए व्यापार का संपूर्ण एवं कार्यशील इंफ्रास्टक्टर या रूपरेखा तैयार करनी होती है जिसमें भूमीं , पूँजी, श्रम, संगठन, साहस और अच्छे विपणन आदि का चुनाव कर हमें आगे की व्यापारिक गतिविधि पूर्ण करनी होती है । 

   

४)  व्यापार के सभी कार्यों को  स्वयं करना सीखें तथा सम्बंधित कर्मचारियों के सहयोग से करें (Learn to do all the Tasks of the Business yourself and do it in Collaboration with the Employees Concerned) :- 


अगर हमें अपने व्यापार को निरंतर आगे की ओर ले जाना है तो हमें अपने व्यापार से जुड़े सभी छोटे-बड़े कार्यों को स्वयं करना आना चाहिए और अगर नहीं आता है तो उन्हें अपने सम्बंधित कर्मचारियों के सहयोग से सीखना चाहिए जिससे हमें व्यापार में कार्योँ की एवं समस्त गतिविधियों का पता चलता है और भविष्य में हमें किसी संकट का सामना नहीं करना पड़ता है ।  

16 Keys to Starting a Successful Business 

५) अपने कर्मचारियों का सम्मान करें तथा उनकी प्रशंशा करें (Honour and Praise your Employees :- 


हमें अपने व्यापार को ठीक ढँग से चलाने के लिए अपने व्यापार से जुड़े सभी कर्मचारियों का एवं उनके जरिये किये गए कार्यों की निरंतर प्रशंशा करनी चाहिए जिससे उनका मनोबल तो बढ़ता ही हैं साथ ही व्यापार भी उन्नति के शिखर पर पहुँचता है । हमें अपने कर्मचारियों के बीच व्यापार के लाभांश में भी कुछ  हिस्सा इनाम स्वरूप वितरित करना चाहिए जिससे  कर्मचारियों में अपना पन तो आता ही है साथ ही कर्मचारियों एवं मालिक के बीच सम्बन्ध मजबूत होते हैं ।

  

 ६)   अपने ग्राहकों  के हितों का ध्यान रखें तथा उनका सम्मान करें (Take Care of your Customers' Interests and Respect them) :-


 हमारे  व्यापार को शिखर तक ले जाने में हमारे ग्राहकों का बहुत बड़ा योगदान होता है क्योंकि किसी व्यापार में ग्राहक को भगवान का दर्जा दिया जाता है इस लिए हमें उनके हितों का ध्यान रखते हुए उन्हें उनका सम्मान करना चाहिये तथा उनके साथ कोई भी व्यापारिक धोखा- नहीं करना चाहिये क्यूंकि एक सतुष्ट ग्राहक कई और नए ग्राहकों को हमारे व्यापार में जोड़ता है और जिससे  ग्राहक और व्यापारी के बीच सम्बन्ध मजबूत होते हैं ।


 ७)  व्यापार में अपने अहंकार पर नियंत्रण  रखें (Control your Ego in Business) :-


 हमें हमारे  व्यापार को सफलता के शिखर तक ले जाने में हमारे ग्राहकों के साथ हमारी मधुर वाणी का भी बहुत बड़ा योगदान होता है क्योंकि हमरा विनम्र व्यवहार ही व्यापार में ग्राहकों  को हमारी और खीचता है इसलिए हमें हमेशा ग्राहकों के हितों को  ध्यान में रखते हुए व्यवहार करना चाहिए तथा कभी भी अपने व्यवहार में अहंकार को नहीं लाना चाहिये क्यूंकि एक असंतुष्ट ग्राहक कई और नए ग्राहकों को हमारे व्यापार के साथ जुड़ने से रोकता है और हम व्यापार में असफल हो जातें हैं ।


सफल व्यापार को सुचारु रूप से चलानें  के ९ विस्तृत  तत्व :- 


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16 Key Elements to Start and Running a Successful Business


 ८) व्यापार की क्रय-विक्रय पद्धति का विशेष ध्यान रखें (Take Special Care of the Trade and Sell Method) :-


 व्यापार को सुचारु रूप से चलानें के लिए हमें हमारे व्यापार की क्रय-विक्रय पद्धति का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिये इसके लिए हमें कम से कम लागत में अच्छे से अच्छे माल या उत्पाद को क्रय या निर्मित करना चाहिये और उसे  कम से कम मूल्य में विक्रय करना चाहिए जिससे हमारे व्यापार के बिक्री अधिक से अधिक होगी और हमारा लाभ भी बढ़ेगा।  

 

  ९)  व्यापार के सभी व्ययों का लेखा-जोखा कर उनमें नियंत्रण रखें (Control all Expenses of the Business by Accounting) :-


हमें हमारे व्यापार की  क्रय-विक्रय पद्धति के साथ-साथ सभी आय एवं व्ययों का लेखा-जोखा करना चाहिये तथा उचित बहीखाता प्रणाली का लेखा रखकर आय-व्ययों एवं लाभ-हानियों का हिसाब रखना चाहिए और वर्ष के अंत में व्यापार का आर्थिक विवरण तैयार करना चाहिए ।  

  

 १०)  व्यापार में नयी नीतियों का पालन कर नए दृष्टिकोण को अपनाएँ (Adopt New Approach in Business by following New Policies) :-


 हमें व्यापार में निरंतर आगे बढ़ने के लिए व्यापार में नयी नीतियों का पालन करना चाहिए तथा इसके लिए आधुनिक तरीक़ों का व्यापार में प्रयोग और हिसाब-किताब की कंप्यूटरआइस तकनीकों का इस्तमाल करना चाहिए जिससे व्यापार में गुणवत्ता और लेखों में एकरूपता आएगी और व्यापार के समय, श्रम और पूँजी में बचत होगी फलस्वरूप व्यापार दिन दूनी रात चौगुनी उन्नति करेगा ।  

     

 ११)   अपनेव्यापार की  गतिविधियों तथा अपने प्रतिद्वंदियों पर नज़र रखें (Keep an Eye on your Business Activities and your Competitors) :-


 व्यापार में निरंतर आगे बढ़ने के लिए हमें अपने व्यापार की  गतिविधियों तथा अपने प्रतिद्वंदियों की व्यापारिक गतिविधियों पर नज़र रखनी चाहिए और उसके हिसाब से व्यापार की क्रय-विक्रय पद्धति को  समय-समय पर संशोघित करते रहना चाहिए जिससे  व्यापार में  गुणवत्ता और क्रय-विक्रय पर अनुकूल प्रभाव पड़े और व्यापार में निरंतर तरक्की होती रहे ।

 

 १२)  व्यापार में  सही विपणन  की नीति का पालन करें (Follow the Correct Marketing Policy) :-


 हमें एक सफल व्यापारी  बनने के लिए अपने व्यापार में सही, आधुनिक एवं उचित विपणन  की नीति का इस्तेमाल  करना चाहिए जिससे हमारा क्रय-विक्रय बड़े इसके लिए हमें ग्राहक की रुचियों का ध्यान रखते हुए नित्य नए-नए उत्पादों को ग्राहकों के लिए उपलब्ध कराते रहना होगा । 

    

 ३)   अपने व्यापार में ज्ञान-विस्तार तथा प्रशिक्षण का बजट रखें (Keep a Budget for Knowledge Expansion and Training in your Business) :- 


किसी भी व्यापार को सुचारु रूप से चलानें में तथा व्यापार की वृद्धि के लिए हमें हमारे व्यापार में निरंतर विस्तार के लिए सभी तरह की आधुनिक तकनिकी एवं कर्मचारियों के व्यापार के विस्तार सम्बन्धी प्रशिक्षण के लिए व्यापार में पर्याप्त बजट का कुछ हिस्सा जरुर रखना चाहिए और जिसे व्यापार में हर बर्ष खर्च करना चाहिए जिससे हमें बाजार की नई नीतियों का ज्ञान प्राप्त होता है और इसके प्रयोग से व्यापार में उन्नति होती है और हमारा व्यापार सफल होता है ।  


 १४) व्यापार में  कार्य की वरीयता का प्रतिशत बनायें (Make a Percentage of Work Priority in Business) :- 


हमें व्यापार के सभी छोटे-बड़े कार्यों को उनके वरीयता के प्रतिशत के क्रम में रखकर एक के बाद एक पूर्ण करना चाहिये यानि सबसे और अति महत्वपूर्ण कार्यों  को सर्वप्रथम पूर्ण करना चाहिए और उससे कम महत्वपूर्ण व्यापारिक कार्यों को उसके बाद करना चाहिए ।

How to Run a Successful Business

१५)  व्यापार में धैर्य तथा विश्वास बनायें रखें (Keep Patience and Trust in Business) :- 


कोई भी व्यापार तभी अपनी सफलता को छूता है जब हम व्यापार में धैर्य और विश्वास को निरंतर बनाये रखते हुए  व्यापार के सभी कार्य पूरी ईमानदारी के साथ करतें हैं क्योंकि जल्दबाज़ी और हड़बड़ी में किये गए कार्योँ में  अक्सर नुकसान उठाना पड़ता है इसलिए सभी व्यापारिक कार्योँ को पूरी तरह से सोच समझ कर करना चाहिए । 


६)  ईमानदार कोशिश करते रहें तथा ईश्वर का धन्यवाद दें (Keep trying Honest and give Thanks to God) :-


 हमें हमारे व्यापार में पूर्ण और निश्चित सफलता तभी मिलती है जब हम व्यापार में हमेशा एक ईमानदार कोशिश करते रहते हैं और किसी भी परिणाम को ईश्वर का धन्यवाद देकर पूर्ण निष्ठा से स्वीकार करते हैं क्योकि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती और वे एक ना एक दिन अवश्य ही व्यापार में पूर्ण सफल होते है और नाम कमाते है ।  


उपसंहार एक नज़र में (Conclusion at a Glance) :-


एक सफल व्यवसाय को शुरू करने एवं चलाने के लिए उपरोक्त १६ प्रमुख तत्व एवं मंत्रों का होना तो अतिआवश्यक हैं परन्तु इसके साथ-साथ किसी व्यापारी को व्यापारिक असफलता से डरना नहीं चाहिए बल्कि उनका डट कर सामना करके कुछ सीखना चाहिये क्योंकि असफलताओं के बाद मिली सफलता काफी देर तक रहती है ।


हमें हमारे व्यापार की सफलता के लिए नित्य नए-नए विचारों के बारे में सोचते रहना चाहिए और साथ-साथ व्यापार की समस्याओं को भी सुलझाते रहना चाहिए क्योंकि  जब तक जीवन है तब तक समस्या रहेगीं और हमें समस्याओं से घबराना नहीं चाहिए ।


कभी कभी व्यापार में पर्याप्त टीम वर्क के आभाव में और उचित नेतृत्व की कमी के कारण भी असफलता मिलती है इसलिए हमें हमारे व्यापार में एक कुशल नेतृत्व के अधीन टीम बनाकर उसके अनुसार व्यापारिक कार्यों को करना और लक्ष्यों को निर्धारित करना चाहिए ।

  
व्यापार की सफलता के किये ग्राहक संतुष्टि ही हमारा एक मात्र उद्देश्य होना चाहिए क्योंकि अगर ग्राहक संतुष्ट तो धन अपने आप व्यापार में आएगा और यदि फिर भी हमें सफलता ना मिलें तो हमें हमारा बैकअप या प्लान बी बनाना चाहिए और एक नए क्षेत्र में पुनः एक नयी व्यापारिक शुरुआत करनी चाहिए और व्यापारिक सफलता को पाने की एक ईमानदार कोशिश करनी चाहिये क्योंकि किसी ने ठीक ही कहा है कि TRY AGAIN TRY AGAIN YOU WILL BE SUCCEED AT LAST.   
दोस्तों आप को मेरी यह पोस्ट कैसी लगी हमें कमेंट कर के जरूर बताएं और यदि यह आप को पसंद आई हो तो इसे लाइक एवं ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शेयर करे, जिससे अन्य सभी दोस्तों को भी व्यापार को शुरू करनें तथा सुचारु रूप से चलाने के १६  मूल तत्वों एवं सिद्धांतों की जानकारी 16 Key Elements to Start and Running a Successful Business प्राप्त हो सके।



धन्यवाद ।

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