5 Best Rules for a Happy Lifestyle |
दोस्तों, हम सभी लोग अपने जीवन में हमेशा खुश रहना चाहतें हैं परन्तु एैसा हमेशा
संभव नहीं हो पाता है क्योंकि मनुष्य का जीवन अनेकों चुनौतियों से भरा हुआ
होता है और जीवन की रेखा कभी भी सीधी नहीं चलती हैं उसमें कदम-कदम पर उतार-चढ़ाव देखने को मिलते हैं लेकिन यदि हम हमारे जीवन को अत्यंत खुशनुमा बनाना चाहते हैं तो हमें जीवन में खुश रहने के कुछ महत्वपूर्ण नियमों के बारे में जानना बेहद जरूरी है और यदि हम उन नियमों का कड़ाई से पालन करेगें तो निश्चित ही अपने जीवन को खुशहाल बना पायेगें और जिसके साथ-साथ हमारा जीवन सरल और आसान हो जायेगा ।
हम हमारी इस पोस्ट में जीवन में कैसे खुश रहा जाये इसी के बारे में 5 Best Rules for a
Happy Lifestyle के नियमों को विस्तारपूर्वक ढंग से बतायेगें और यदि हम हमारे जीवन में इनका सही-सही पालन करेंगें तो निश्चित ही हम हमारे जीवन को खुशनुमा बना पायेगें ।
१) किसी की कभी भी निंदा और आलोचना मत करें (
Never condemn and criticize anyone )
: -
दोस्तों वैसे तो
जिंदगी को खुशनुमा बनाने के लिए मनुष्य अनेकों तरीके अपनाता है और उनके अमल से वह
काफी हद तक सफल भी रहता है परन्तु यदि
मनुष्य अपने जीवन में सदा के किये खुश
रहना चाहता है या उसे पूर्णतया खुशहाल बनाना चाहता है तो उसे अपने जीवन में
कभी भी किसी की भी आलोचना और निंदा नहीं
करनी चाहिए और ये बात उसे अच्छी तरह से समझ लेनी चाहिए और उसे अपने दिमाग में बैठा
लेनी चाहिए ।
दोस्तों ऐसा इस लिए
कहते हैं कि यदि कोई व्यक्ति जब किसी दूरसे व्यक्ति की निंदा या आलोचना करता है तो
वह हमेशा उसी के बारे में सोचता रहता है और उन्हें सोच-सोच कर अपने दिमाग में बैठा
लेता है और मन ही मन में उसके प्रति ईर्ष्या की भावना जगा लेता है और ऐसा करने से
वह अपने बारे में तथा अपने जीवन को बेहतर बनाने के विषय में सोचना ही बंद कर देता
है और इसके विपरीत यदि वह हर किसी की अच्छी-बुरी बातों को बगैर किसी
क्रिया-प्रतिक्रिया के नज़र अंदाज़ कर देगा तो वह अपनें
दिमाग को पूरे चेतन मन के साथ उपयोग में ला सकेगा और धीरे-धीरे अपने जीवन को अच्छे
कर्मों में लगा करके और भी बेहतर और खुशहाल बना लेगा ।
इसी लिए हमें कभी भी
किसी की भी निंदा और आलोचना नहीं करनी चाहिए क्योंकि किसी के प्रति निंदा और
आलोचना किसी भी व्यक्ति को अंदर से खोखला कर देती है और धीरे-धीरे उस व्यक्ति की
समाज में प्रतिष्ठा भी कम होने लगती है इस लिए हमें दूसरों की अच्छी-बुरी बातों को
सुनकर अनसुना करना सीख लेना चाहिए तभी हम जीवन मैं आगे बढ़ सकेगें और उसे हमेशा के
लिए खुशहाल बना सकेगें और यही है जीवन में खुश रहने के प्रथम मंत्र जिसे हमें कभी
भी नहीं भूलना चाहिए ।
२) आलोचना हमेशा अकेले में करें और उसे प्रशंशा से दबा लें (
Always criticize in private and suppress it with praise ) : -
जीवन में खुश रहने कर दूसरा महत्वपूर्ण मंत्र यह कहता है कि हमें किसी की भी आलोचना नहीं करनी हैं और अगर यदि कभी किसी की किसी बात पर आलोचना करनी भी पड़ जाये तो वह हमेशा उस व्यक्ति के साथ हमेशा अकेले में करनी चाहिए ताकि वह व्यक्ति उस बात पर अपने आप को अपमानित महसूस न कर सके ।
दोस्तों इसके साथ-साथ यदि हम किसी की आलोचना अकेले में करें तो हमेशा उसे उस व्यक्ति की प्रशंशा के साथ दबा लें मतलब कि हमें उस व्यक्ति को ये बताते हुए समझाना होगा कि उसके अंदर कितनी अच्छी-अच्छी बातें हैं और यदि वह उनका ख्याल रखतें हुए कुछ बुरी बातों को भुला कर कम कर ले तो वह भी अपने जीवन को खुशहाल बना सकता है और कुछ अच्छा कर हमेशा आगे बढ़ सकेगा इस लिए जब भी हम किसी की आलोचना करें तो हमेशा अकेले में करें और उसे उस व्यक्ति की प्रशंशा भरी बातों से से दबा कर कुछ कम कर लें जिससे वह व्यक्ति उस बात को समझते हुए दूसरों के साथ भी हमेशा ऐसा ही व्यवहार कर सके और उन्हें भी खुशहाल रहने का गुरुमन्त्र बता सके तथा और वह ज्यादा से ज्यादा व्यक्तियों को जीवन में खुश रहना सिखा सकें ।
३) किसी की प्रशंशा हमेशा सबके बीच में करें ( Always praise someone in the midst of everyone ) : -
जीवन में खुश रहनें कर तीसरा मंत्र हमें यह बताता है की हमें हमेशा किसी भी व्यक्ति की प्रशंशा सबके बीच में करनी चाहिए जिससे उस व्यक्ति की अच्छी और प्रशंशा भरी बातों को सुनकर अन्य सभी व्यक्तियों को भी प्रेरणा मिल सके और वह सभी उन अच्छी बातों को अपने जीवन में अच्छी तरह से अमल में ला कर अपने जीवन को खुशहाल बना सकें साथ ही अन्य दूसरों लोगों के लिए भी प्रेरणा श्रोत बन सकें ।
प्रशंशा का यह अचूक मंत्र हमें कभी भी नहीं भूलना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा लोगों को उसे शेयर कर बताना चाहिए क्योंकि अच्छी बातें अगर ज्यादा से ज्यादा लोगों तक सही समय पर पहुचेंगीं तो सभी के साथ-साथ समाज वासियों का जीवन भी खुशहाल बनेगा ।
४) हमेशा ज्यादा सुनें और कम बोलें (
Always listen more and say less ) : -
दोस्तों खुशहाल और हैप्पी लाइफ का चौथा गुरु मंत्र हमें यह बताता है कि अगर हमें हमेशा खुश रहना है तो हमें ज्यादा सुनने की आदत डालनी होगी क्योंकि यदि हम लोगों के उत्तम विचारों को ज्यादा से ज्यादा सुनेगें तो हम उनको एवं उनके विचारों को और अच्छी तरह से समझ सकेगें तथा उन्हें ज्यादा लोगों के बीच साझा कर सकेगें और अपनी और सभी की ज़िंदगी को खुशहाल बनाने में मदद भी करेंगें ।
दोस्तों लोगों की बात सुनने के साथ-साथ हमें हमेशा कम से कम और अच्छे से अच्छा बोलना चाहिए ताकि हम ज्यादा समय लोगों की अच्छी बातों को सुनने और समझने में व्यतीत करें और अगर हम इस मंत्र को भली-भांति सीख लें तो हमारी लाइफ हमेशा खुशहाल बनी रहेगी ।
५) हमेशा सच बोलें और सच्चाई का साथ दें (
Always tell the truth and support the truth ) : -
खुशहाल और हैप्पी जीवन का पाँचवा मन्त्र हमें यह बताता है की चाहे कितनी भी मुसीबत या मुश्किल ही क्यों न आ जाये हमें हमेशा सच ही बोलना चाहिये और सच का ही साथ देना चाहिए तथा यही विचार सभी के साथ साझा करनें चाहिए क्योंकि ऐसा करने से हम हमेशा तनावमुक्त तो रहतें ही हैं साथ ही अपने दिमाग का पूर्ण और सही इस्तेमाल कर उसे सही कार्यों में लगाने में भी सफल सिद्ध होते हैं और जीवन को खुशहाल बना लेते हैं ।
दोस्तों अगर हमने सच बोलना और सच का साथ देना सीख लिया को हम बड़े से बड़े काम को आसानी से कर सक़तें और किसी भी मुश्किल वक्त का सामना भी बड़े आराम से कर सकतें हैं क्योंकि सच बोलने वाले का साथ तो भगवान भी देतें हैं इसके विपरीत यदि हम झूठ और छल का सहारा लेते हैं तो हम अपनी ही नज़रों में अपमानित महसूस करते हैं और कभी भी खुशहाल जीवन व्यतीत नहीं कर पातें हैं इस लिए अगर हमें खुश रहना है तो हर हाल में कभी भी सच का साथ नहीं छोड़ना चाहिए और यही खुशहाल जीवन का सच्चा सिद्धांत है ।
Simple rules of Happy Lifestyle
Simple rules of Happy Lifestyle
5 Rules to Living a More Meaningful Lifestyle
निष्कर्ष (Conclusion) : -
दोस्तोँ सफल और खुशहाल जीवन के उपरोक्त पांचों मंत्रों के विस्तृत विश्लेषण और अध्ययन से यह बात तो अवश्य ही सिद्ध हो जाती है की हम जीवन में खुशहाल कैसे रह सकतें हैं और यदि हम सभी जीवन में सफलता को पाना चाहतें हैं तो हमें कड़ी मेहनत के साथ-साथ इनका भी सही अनुसरण करना चाहिए तभी हम अपनी सफलता और सच्चाई का १०० % सहयोग सभी के भले कार्यों के लिए दे सकेगें और एक दिन पूर्ण सुखद और खुशहाल जीवन जीना सीख लेंगें और समाज में अपनें सम्मान और प्रतिष्ठा को कायम रख सकेगें ।
5 Workplace rules for Happy Lifestyle
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Best Rules for a Happy Lifestyle के बारे में जानकारी प्राप्त हो सके ।
धन्यवाद ।